मरिअम मकबरा
मरियम का मकबरा, सिकन्दरा आगरा, उत्तर प्रदेश
म रियम का मकबरा आगरा-मथुरा सड़क पर बायीं ओर तथा अकबर का मकबरा, सिकंदरा से पश्चिम की ओर स्थित है। इस मकबरे में आमेर (जयपुर) की राजपूत राजकुमारी, बादशाह अकबर की बेगम तथा जहाॅंगीर (सलीम) की माॅं मरियम जमानी के पार्थिव अवशेष हैं। 1495 ई. में सिकंदर लोदी द्वारा बनवाया गया यह भवन एक उत्सव मण्डप था। इस बारादरी में 1623 ई. में नवनिर्माण तथा पुननिर्माण कर इसे मकबरे में बदला गया। भूतल पर सिकंदर लोदी द्वारा बनवाए गए लगभग 40 प्रकोष्ठ हैं जिनपर चित्रकारी तथा पलस्तर युक्त दीवारों के जीर्ण-शीर्ण अवशेष हैं। भूतल के मध्य (केन्द्र) में मरियम की समाधि है। बारादरी का अग्रभाग लाल बालुआ-पत्थर का पृष्ठावरण है जो कई खण्डों में बॅंटा है तथा इन पर ज्यामितीय नमूने तथा निम्न उद्भृत ( ऐसी निर्मितियाॅं जिनमें आकृति आधार पटल से कुछ उभरी हुई होती है) नक्काशी की हुई है। इस संरचना के प्रत्येक कोनों पर अलंकृत अष्टफलकीय मीनार लगी हैं। मीनार के ऊपर पतले स्तम्भों पर टिका एक मण्डप है। ऊपरी मंजिल पर खुले आकाश के नीचे संगमरमर की समाधि है।
सूर्योदय से सूर्यास्तके लिए खुला
(शुक्रवार बंद)
भारत के नागरिक और सार्क (बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, पाकिस्तान, मालदीव और अफगानिस्तान) और बिम्सटेक देशों (बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, थाईलैंड और म्यांमार) के आगंतुकों के लिए -10 रु. प्रति आगंतुक
अन्य:
रु. 250 / - रूपये प्रति व्यक्ति (एएसआई);
रु. 500 / - टोल टैक्स के रूप में प्रति व्यक्ति (आगरा विकास प्राधिकरण)
रु. 500 / - एडीए के टिकट आगरा फोर्ट,एत्मदौल्ला , अकबर का मकबरा, सिकन्दरा और फतेहपुर सीकरी के स्मारकों के लिए मान्य है
(15 साल से मुक्त करने के लिए बच्चों)